सिल्क एक ऐसा फैब्रिक हैं जिस से सरियाँ, सलवार सूटस, कुर्तियों और कई ड्रेसेस बनाए जाते हैं | लेकिन कई बार नैचरल सिल्क की पहचान करने में गलती होजाती हैं |
ऐसी गलती ना हो इसी लिए कई गार्मेंट क्रिएशन कोर्सेस में कपड़ों की पहचान करवाया जाता हैं |
अगर गार्मेंट क्रिएशन प्रोसेस में सही कपडा यूज़ ना हो तो आपके कस्टमर्स का ट्रस्ट और ब्रैंड का नाम दोनों खराब हो सकते हैं |
चलिए जानते हैं ऐसे 5 तरीकें जिस से असली सिल्क की पहचान कि जा सकती हैं |
- बुनाई
जब असली सिल्क के कपड़ो की बुनाई की जाती है उस के धागे इवन नहीं होते हैं | नकली सिल्क में ऐसा नहीं होता | आर्टिफीसियल सिल्क मशीन कि मदद से बनता है, उस के धागे स्मूथ होते हैं |
- चमक
सिल्क में एक तरह की चमक होती हैं जिस से त्रिअंगुलार पैटर्न्स फॉर्म होते हैं | लेकिन आर्टिफीसियल सिल्क में शाइन तो होती है लेकिन उन से त्रिअंगुलार पैटर्न फॉर्म नहीं होता |
- मूल्य
रॉ सिल्क का टेक्सचर बहुत रॉयल होता हैं इसी लिए वो बहुत मेहेंगा होता हैं | वैसे तो आर्टिफीसियल सिल्क भी अच्छा होता हैं लेकिन उसका टेक्सचर पॉलीस्टर जैसे होता हैं | यह सस्ते में भी मिल जाता हैं |
- पैटर्न
असली सिल्क चाहे प्रिंटेड पैटर्न हो या हैण्ड वोवन पैटर्न हो, वो कपडे के दोनों साइड्स पर दिख कर आता हैं और आर्टिफीसियल सिल्क एक साइड से प्लैन होता हैं |
- सिल्क क्वालिटी टेस्ट
जब असली सिल्क को जलाया जाता हैं तो उस से एशेज निकलते हैं और जब नकली सिल्क को जलाया जाता हैं तो उस में से प्लास्टिक जैसा स्मेल आता हैं |
असली सिल्क की पहचान करना आसान नहीं है लेकिन Hunar ऑनलाइन के इण्डियन गारमेंट क्रिएशन कोर्सेस की मदद से आप ये आसानी से कर सकते हैं |
जल्द ही कीजिए और शुरू कीजिए अपने सीखने का सफर |